Murder out of Fear of Conversion: हत्यारा पिता बोला, मुझे डर था पत्नी बच्ची को मुस्लिम न बना दे, इसलिए मैंने कर दी हत्या
Murder out of Fear of Conversion: हत्यारा पिता बोला, मुझे डर था पत्नी बच्ची को मुस्लिम न बना दे,
Murder out of Fear of Conversion: हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र में दो साल की मासूम बच्ची का गला रेतकर हत्या(Murder) करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस की गिरफ्त(Arrest) में आए आरोपी पिता ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपी के खुलासे के बाद पुलिस हैरान रह गई। दरअसल, लिव इन पार्टनर के धर्मांतरण(conversion) के दबाव से परेशान होकर पिता ने ही ब्लेड से गला रेतकर कलेजे के टुकड़े की हत्या की थी। इसके बाद अपनी जान देने की कोशिश की, खुद भी गले पर ब्लेड मारी थी, लेकिन वह बच गया। बुधवार को पुलिस ने उसे जख्मी हालत में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया है। आपको बता दें कि सिडकुल थाना इलाके में स्थित गन्ने के खेत में मंगलवार दोपहर दो साल की मासूम बच्ची का लहूलुहान शव मिला था। पुलिस को घटनास्थल से मोबाइल, ब्लेड, जूते और टी शर्ट मिली थी।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक, पूछताछ में मृतक की शिनाख्त बच्ची पुत्री कुलदीप सिंह निवासी बागपत के रूप में हुई थी। छानबीन में पता चला कि कुलदीप सिडकुल में गाड़ी चलाता है और वहीं फैक्टरी में काम करने वाली शबाना के साथ चार साल से लिव इन रिलेशनशिप में रहता है।
मृतका कुलदीप और शबाना की संतान थी
पुलिस के मुताबिक, शबाना शादी का दबाव बना रही थी। शादी नहीं करने पर बेटी को मांग रही थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था। इसके बाद शबाना बेटी को लेकर अपने घर बिजनौर चली गई।
वहीं, पुलिस पूछताछ में शबाना ने कुलदीप पर बेटी की हत्या करने की आशंका जताई थी। कुलदीप के लापता होने पर पुलिस का शक गहरा गया था। मंगलवार देर रात सूचना मिली कि डालूवाला गांव में एक व्यक्ति लहूलुहान हालत में घूम रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कुलदीप को दबोच लिया।
गले में घाव होने से आरोपी ज्यादा देर तक बोल नहीं सका तो उसने कागज पर लिखकर पूरी बात बताई। कहा कि वह शबाना के साथ चार साल से लिव इन में रहता था। उनकी दो साल की बेटी थी, जिसे वह बहुत प्यार करता था
आरोप है कि शबाना बेटी के धर्मांतरण का दबाव बना रही थी। वह इसके लिए राजी नहीं था। अक्सर इसे लेकर झगड़ा होता था। उसे डर था कि शबाना साजिश रचकर बेटी का धर्मांतरण करा देगी। बेटी को मारने के बाद वह जिंदा नहीं रहना चाहता था, इसलिए अपने गर्दन पर ब्लेड मारी, लेकिन बच गया।